मम्मी के आगे, दिया और जिन्न, भी बेकाम, बस मम्मी ही आए, घर, और हमारे काम। मम्मी के आगे, दिया और जिन्न, भी बेकाम, बस मम्मी ही आए, घर, और हमार...
अब बस यही आलम है, यह पिकनिक नहीं पलायन है। अब बस यही आलम है, यह पिकनिक नहीं पलायन है।
अगर है इजाजत तो, तुम पर लिखा एक प्रेम गीत तुम्हें सुनाऊँ क्या? अगर है इजाजत तो, तुम पर लिखा एक प्रेम गीत तुम्हें सुनाऊँ क्या?
हमें भी कभी तुम याद करो दो पल ठहर कर कुछ प्यारी बातें करो। हमें भी कभी तुम याद करो दो पल ठहर कर कुछ प्यारी बातें करो।
मैं हूँ हिंदी, हिंदी है मुझमे रोम -रोम में , मन चितवन में प्राण-प्राण में, आभा के उपवन में मैं उसमे ... मैं हूँ हिंदी, हिंदी है मुझमे रोम -रोम में , मन चितवन में प्राण-प्राण में, आभा क...
महान हिन्दी महान हिन्दी